चींटी हमें निरंतर काम करने की सीख देती है। थकान होगी लेकिन आराम के बाद फिर काम में जुट जाना चाहिए।.. चींटी को हमने हर जगह देखा है...
चींटी को हमने हर जगह देखा है। उनकी एकता-शक्ति के बारे में सभी परिचित हैं। वे पंक्ति में चलती हैं जो हमें अनुशासन का पालन करने की सीख देता है।
चींटी श्रम करती है। अपने से कई गुना भार वह उठा सकती है।
बचपन में हमने जाने-अनजाने उनकी बांबियों को तहस-नहस भी किया है। चलते-फिरते चींटी पैरों से दबकर मारी जा सकती हैं। उनपर हर समय खतरा मंडराता रहता है, लेकिन वे हार नहीं मानतीं।
चींटी हमें निरंतर काम करने की सीख देती है। थकान होगी लेकिन आराम के बाद फिर काम में जुट जाना चाहिए।
आलस को त्याग कर परिश्रम करने की प्रेरणा देती है।
राह कितनी कठिन क्यों न हो, उन राहों से गुजरने का हौंसला भी देती हैं।
कभी गौर कीजिये चींटी से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।
-हरमिन्दर सिंह चाहल.
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